आचार्य श्री विद्यासागर जी हाइकु
आचार्य श्री विद्यासागर जी द्वारा रचित जापानी छंद में हाइकु की व्याख्या हाइकु नंबर -68 मिट्टी को खोदोपानी को खोजो नहींपानी फूटेगा हे आत्मन् ! मूल में जल दो फिर फल की प्रतिक्षा करो। पहले मिट्टी को खोदो फिर फूटते पानी के स्रोत को देखो। पहले आत्मरुचि प्रकटाओ तत्त्व ज्ञान का झरना अवश्य प्रकट होगा।…