सादर जय जिनेन्द्र!

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DEEKSHA KE PAL - GYAN SAGAR JI

Acharya Shri Gyan Sagar Ji Maharaj | सराकोद्धारक श्री 108 ज्ञान सागर जी महाराज (छाणी)

आचार्य श्री 108 ज्ञान सागर जी महाराज – सराको के राम – JAIN DHARM | ALL ABOUT JAINISM | JAINDHARM.IN Acharya Shri Gyan Sagar Ji Maharaj | सराकोद्धारक श्री 108 ज्ञान सागर जी महाराज (छाणी) जिनका व्यक्तित्व हिमालय से ऊँचा है और सागर से भी गहरा है ऐसे विराट ह्रदय में समाने वाले आचार्य श्री 108…

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आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी की आरती

आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी की आरती विद्यासागर की, गुणआगर की, शुभ मंगल दीप सजाय के।आज उतारूँ आरतिया…..॥1॥ मल्लप्पा श्री, श्रीमती के गर्भ विषैं गुरु आये।ग्राम सदलगा जन्म लिया है, सबजन मंगल गाये॥गुरु जी सब जन मंगल गाये,न रागी की, द्वेषी की, शुभ मंगल दीप सजाय के।आज उतारूँ आरतिया…..॥2॥ गुरुवर पाँच महाव्रत धारी, आतम ब्रह्म…

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मुनिश्री समत्व सागर महाराज

मुनिश्री 108 समत्व सागर महाराज

अमेरिका की चमक, दमक, 20 लाख का पैकेज नहीं, महावीर का मार्ग रास आया 🦚मोक्षमार्ग भी अजब है अगर मन में गुरु के प्रति विश्वास और मोक्षमार्ग पर चलने का दृढ़ निश्चय आ जाए तो अमेरिका जैसे देश की चमक दमक, लाखों के पैकेज वाली नौकरी, गीत-संगीत सुनने का शौक, लहरों पर तैरने और स्केटिंग…

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आत्म कीर्तन

(सहजानन्द वर्णी) हूँ स्वतन्त्र निश्चल निष्काम, ज्ञाता द्रष्टा आतमराम। टेक। मैं वह हूँ जो है भगवान, जो मैं हूँ वह है भगवान। अन्तर यही ऊपरी जान, वे विराग यह राग-वितान॥ १॥ मम स्वरूप है सिद्ध समान, अमित शक्ति-सुख-ज्ञान-निधान। किन्तु आशवश खोया ज्ञान, बना भिखारी निपट अजान॥2 ॥ सुख-दुख-दाता कोई न आन, मोह-राग-रुष दुख की खान।…

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पार्श्वनाथ स्तुति – तुमसे लागी लगन। ( जैन भजन )

तुम से लागी लगन,ले लो अपनी शरण, पारस प्यारा,मेटो मेटो जी संकट हमारा || निशदिन तुमको जपूँ,पर से नेह तजूँ, जीवन सारा,तेरे चरणों में बीत हमारा ||टेक|| अश्वसेन के राजदुलारे,वामा देवी के सुत प्राण प्यारे||सबसे नेह तोड़ा,जग से मुँह को मोड़ा,संयम धारा ||मेटो मेटो जी संकट हमारा || इंद्र और धरणेन्द्र भी आए,देवी पद्मावती मंगल…

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मेरी भावना | Meri Bhawan

जिसने रागद्वेष कामादिक जीते सब जग जान लिया। सब जीवों को मोक्षमार्ग का निस्पृह हो उपदेश दिया॥ बुद्ध, वीर, जिन, हरि, हर, ब्रह्मा या उसको स्वाधीन कहो। भक्ति भाव से प्रेरित हो यह चित्त उसी में लीन रहो॥ 1॥ विषयों की आशा नहिं, जिनके साम्य भाव धन रखते हैं। निज पर के हित साधन में जो, निशदिन तत्पर रहते हैं। स्वार्थ त्याग की कठिन तपस्या, बिना खेद जो…

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गुरु उपकार दिवस | Guru Upkar Diwas 30 Jun | Vidhya Sagar Ji Deekhsa Jayanti

आज का दिन बड़ा ही पावन है. आज का ही वो दिन था जब हमारे दादा गुरु (आचार्य श्री 108 ज्ञान सागर जी) ने बालक विधाधर को मुनि विद्यासागर बनाकर इतिहास रच दिया था. यह बात है 30 जून 1968 की जब आचार्य श्री ज्ञान सागर जी अजमेर में विराजमान थे. उन्होंने कमेटी को बुलाया…

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परम पूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज पूजन

परम पूज्य 108 आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज पूजन
लेखक : श्री अरुण कुमार जैन बंडा, मध्य प्रदेश, भारत

श्री विद्यासागर के चरणों में झुका रहा अपना माथा।
जिनके जीवन की हर चर्यावन पडी स्वयं ही नवगाथा।।
जैनागम का वह सुधा कलश जो बिखराते हैं गली-गली।
जिनके दर्शन को पाकर के खिलती मुरझायी हृदय कली।।

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SHRI CHANDA PRABHU CHALISA (DEHRA TIJARA) / श्री चन्द्र प्रभु चालीसा (देहरा तिजारा)

SHRI CHANDA PRABHU CHALISA (DEHRA TIJARA) / श्री चन्द्र प्रभु चालीसा (देहरा तिजारा) वीतराग सर्वज्ञ जिन, जिनवाणी को ध्याय |लिखने का साहस करूँ, चालीसा सिर-नाय ||१|| देहरे के श्री चंद्र को, पूजौं मन-वच-काय ||ऋद्धि-सिद्धि मंगल करें, विघ्न दूर हो जाय ||२|| जय श्री चंद्र दया के सागर, देहरेवाले ज्ञान-उजागर ||३||शांति-छवि मूरति अति-प्यारी, भेष-दिगम्बर धारा भारी…

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